अब मोबाइल फोन पुलिस और आम नागरिकों के लिए सिरदर्द बन चुके बाइक चोरों को भी सबक सिखाएगा। गांव नगला महारी निवासी बीएससी के छात्र ने पुराने डीवीडी प्लेयर और मोबाइल के पुर्जों से ऐसी डिवाइस तैयार की है जो मोबाइल से संकेत मिलते ही इसके सवार को करंट के झटके देने लगेगी। झटके लगते ही वह बाइक छोड़ने को मजबूर हो जाएगा। खास बात यह कि यह डिवाइस बाइक के चलने पर अपने आप चार्ज भी होती रहेगी।
करीब पांच साल पहले बीएससी फाइनल ईयर के छात्र पिंटू यादव ने सिम कार्ड आधारित ऐसी डिवाइस तैयार की थी जो मोबाइल से मिले संकेत पर बाइक को स्टार्ट और बंद करता है। इसके लिए पिंटू को खूब शाबाशी मिली थी। उसी से उत्साहित पिंटू ने अब बाइक चोरी को रोकने वाला डिवाइस बनाया है। उन्होंने बताया कि वह गणित से बीएससी कर रहे हैं, लेकिन इलेक्ट्रानिक्स की दुकान होने के कारण इस तरह के उपकरण बनाने में उनकी रुचि अधिक है।
पिंटू ने बताया कि इस डिवाइस को बनाने के लिए पुराने डीवीडी प्लेयर और मोबाइल के कुछ पुर्जों का इस्तेमाल किया गया है। इसे मोबाइल फोन से नियंत्रित करने के लिए सिमकार्ड लगाया गया है। करीब 1500 रुपये की लागत से तैयार इस डिवाइस को बाइक में लगाने के बाद दो तारों की मदद से बाइक के प्लग आदि से जोड़ दिया जाता है। बाइक के पांच मिनट तक स्टार्ट रहने पर यह चार्ज हो जाती है। फिर एक सप्ताह तक चार्ज करने की जरूरत नहीं होती।
बाइक का पता लगने पर डिवाइस में लगे सिम के नंबर पर डायल करते ही पूरी बाइक में करंट दौड़ने लगता है। हालांकि इससे बाइक सवार को कोई नुकसान नहीं होता, लेकिन झटकों के कारण वह बाइक छोड़ने पर मजबूर हो जाएगा। पिंटू ने बताया कि चूंकि यह डिवाइस सिम कार्ड पर आधारित है, इसलिए जहां भी सिग्नल होंगे, वहीं यह काम करेगी।
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