डिस्क विखण्डन (disk fragmentation) कम्प्यूटर के धीमा हो जाने का एक बहुत बड़ा कारण है। जब फाइल्स विखण्डित होकर बिखर जाते हैं तो उन्हे खोलने के लिये कम्प्यूटर को उनके विखण्डित भागों को खोजने में बहुत अधिक समय बर्बाद करना पड़ता है और आपका कम्प्यूटर धीमा हो जाता है।विखण्डित फाइल्स और फोल्डर्स को ठीक करने के लिये विन्डोज़ (Windows) का डिस्क डीफ्रेगमेन्टर (Disk Defragmenter) एक बहुत उपयोगी टूल है। यह टूल आपके कम्प्यूटर के हॉर्ड डिस्क (Hard Disk) के विखण्डित फाइल्स व फोल्डर् को पुनः संघटित (consolidate) कर के उसके निश्चित स्थान पर ला देता है जिससे आपका कम्प्यूटर फिर से अपनी खोई हुई गति को प्राप्त कर लेता है
डिस्क डीफ्रेगमेन्टर (Disk Defragmenter) को कब चलाना चाहिए
1.वैसे तो डिस्क डीफ्रेगमेन्टर (Disk Defragmenter) को एक निश्चित अन्तराल में, कम से कम महीने में 2.एक बार, चला ही देना चाहिये किन्तु निम्न परिस्थितियों में भी इसे अवश्य चलाना चाहिये।
3.जब आप अपने कम्प्यूटर में बड़ी संख्या में फाइल्स जोड़ते हैं।
4.जब आपका डिस्क स्पेस 15 प्रतिशत या उससे भी कम हो जाये।
5.जब कभी आप अपने कम्प्यूटर में कोई नया प्रोग्राम या विन्डोज का नया व्हर्सन इन्स्टाल करें।
डिस्क डीफ्रेगमेन्टर (Disk Defragmenter) के प्रयोग की विधि
1.डिस्क डीफ्रेगमेन्टर (Disk Defragmenter) को खोलने के लिये स्टार्टआल प्रोग्राम्सएसेसरीजसिस्टम टूल्सडिस्क डीफ्रेगमेन्टर (StartAll ProgramsAccessoriesSystem ToolDisk Defragmenter) का प्रयोग करें।
2.डिस्क डीफ्रेगमेन्टर (Disk Defragmenter) डॉयलाग बॉक्स में ड्राइव्ह्स का चयन करके एनालाइज (Analyze) बटन दबा दें। ड्राइव्ह्स के एनालाइज हो जाने पर एक नया डॉयलाग बॉक्स खुलता है जिसमें 3.एनालाइज्ड ड्राइव्ह्स के विषय में सूचना होती है
4.अब प्रक्रिया आरम्भ करने के लिये आप डीफ्रेगमेन्ट (Defragment) बटन दबा दें।
5.प्रक्रिया पूर्ण होने पर विस्तृत जानकारी के लिये व्हियु रिपोर्ट (View Report) बटन दबा दें।
6.व्हियु रिपोर्ट (View Report) को बंद करने के लिये क्लोज (Close) बटन दबा दें।
7.डिस्क डीफ्रेगमेन्टर (Disk Defragmenter) को बंद करने के लिये क्लोज (Close) बटन दबा दें/
डिस्क डीफ्रेगमेन्टर (Disk Defragmenter) को कब चलाना चाहिए
1.वैसे तो डिस्क डीफ्रेगमेन्टर (Disk Defragmenter) को एक निश्चित अन्तराल में, कम से कम महीने में 2.एक बार, चला ही देना चाहिये किन्तु निम्न परिस्थितियों में भी इसे अवश्य चलाना चाहिये।
3.जब आप अपने कम्प्यूटर में बड़ी संख्या में फाइल्स जोड़ते हैं।
4.जब आपका डिस्क स्पेस 15 प्रतिशत या उससे भी कम हो जाये।
5.जब कभी आप अपने कम्प्यूटर में कोई नया प्रोग्राम या विन्डोज का नया व्हर्सन इन्स्टाल करें।
डिस्क डीफ्रेगमेन्टर (Disk Defragmenter) के प्रयोग की विधि
1.डिस्क डीफ्रेगमेन्टर (Disk Defragmenter) को खोलने के लिये स्टार्टआल प्रोग्राम्सएसेसरीजसिस्टम टूल्सडिस्क डीफ्रेगमेन्टर (StartAll ProgramsAccessoriesSystem ToolDisk Defragmenter) का प्रयोग करें।
2.डिस्क डीफ्रेगमेन्टर (Disk Defragmenter) डॉयलाग बॉक्स में ड्राइव्ह्स का चयन करके एनालाइज (Analyze) बटन दबा दें। ड्राइव्ह्स के एनालाइज हो जाने पर एक नया डॉयलाग बॉक्स खुलता है जिसमें 3.एनालाइज्ड ड्राइव्ह्स के विषय में सूचना होती है
4.अब प्रक्रिया आरम्भ करने के लिये आप डीफ्रेगमेन्ट (Defragment) बटन दबा दें।
5.प्रक्रिया पूर्ण होने पर विस्तृत जानकारी के लिये व्हियु रिपोर्ट (View Report) बटन दबा दें।
6.व्हियु रिपोर्ट (View Report) को बंद करने के लिये क्लोज (Close) बटन दबा दें।
7.डिस्क डीफ्रेगमेन्टर (Disk Defragmenter) को बंद करने के लिये क्लोज (Close) बटन दबा दें/
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