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सोमवार, 8 अक्तूबर 2012

फेसबुक(Facebook) के लिए कीबोर्ड शोर्टकट कीज(shortcut keys)


Facebook-icon
फेसबुक तो आप चलाते ही होंगे | कुछ लोग तो इसे समय बर्बाद करना कहते है | मैं तो कहूँगा ..अगर समय बर्बाद की करना है ..सलीके से किया जाये | हाँ हाँ कुछ कीबोर्ड शोर्टकट कीज यहाँ शेयर करना चाहता, जिससे की आप फेसबुक पर और भी “फास्ट” हो सके है |




  • Alt+?: Search                                 (सर्च बॉक्स में कर्सर पहुंचाने के लिए)
  • Alt+m: Compose a new message  (नया सन्देश लिखने के लिए)
  • Alt+1: Home page                          (होम पेज)
  • Alt+2: Your profile page                 (प्रोफाईल)
  • Alt+3: Friend requests                  
  • Alt+4: Your messages
  • Alt+5: Notifications
  • Alt+6: Account page
  • Alt+7: Privacy
  • Alt+8: Facebook's Facebook page
  • Alt+9: Facebook Terms/Agreement
  • Alt+0: Facebook help center
  • ये शोर्टकट तो हर ब्राउजर में काम करेंगे ..यदि आप फायरफोक्स इस्तेमाल करते हैं तो Greasemonkey script की जरिये आपको अधिक शोर्टकट कीज मिल सकते हैं |
    एक स्क्रिप्ट है ..FFixer  ..काफी उपयोगी हो सकती है ..फेसबुक यूजर्स के लिए |

    शनिवार, 6 अक्तूबर 2012

    अपने फेसबुक के दोस्तों की आईडी और मोबाइल नम्बर का पता लगाये और उन्हें गूगल+ के साथ जोड़े





    गूगल+ आने के बाद इसे हर कोई इस्तेमाल करना चाहता है और जिन लोगो का फेसबुक पर अकाउंड होगा वो भी अपने फेसबुक के दोस्तों को गूगल+ के साथ जोड़ना चाहते होगे लेकिन आप लोगो के लिए मुसीबत ये होगी कि आपके पास फेसबुक के दोस्तों कि इमेल आईडी नहीं होगी आज मैं आपको ऐसा तरीका बताता हु जिसे करने के बाद आप अपने फेसबुक के दोस्तों की इमेल आईडी के साथ साथ उनके मोबाइल नम्बर का भी पता लगा सकते है चाहे वो किसी लडकी की आईडी हो या किसी लडके की और जब आपके पास अपने फेसबुक दोस्तों की इमेल आईडी आ जाये तब उन्हें फ्रैंड रिक्वेस्ट भेज सकते है आइये अब जानते है आपको ऐसा क्या करना होगा जिसे करने के बाद आप अपने दोस्तों की इमेल आईडी के साथ साथ उनके मोबाइल नम्बर का भी पता लगा सकते है


    ये तरीका गूगल क्रोम के लिए है अगर आप गूगल क्रोम का इस्तेमाल नहीं करते तो आपको यहाँ क्लीक करके गूगल क्रोम डाउनलोड करना होगा उसके बाद यहाँ क्लीक करके वो प्लग इन टूल डाउनलोड करना होगा इसे इस्टोल करने के बाद अपने फेसबुक अकाउंड को लोगिन करे लोगिन करने के बाद आपके फेसबुक अकाउंड में एक्सपोर्ट फ्रेंड का आइकन आ जायेगा जेसा आप निचे चित्र में देख रहे है


    इसके बाद फ्रैंड एक्सपोर्ट पर क्लीक करे क्लीक करने के बाद एक विंडोज खुलेगी पेज खुलने के बाद आपको “I have read the Terms of Service” पर क्लीक करके “Let’s get started.” पर क्लीक करना है जेसा आप निचे चित्र में देख रहे है


    इसे क्लीक करने के बाद थोडा इंतजार करे धीरे धीरे करके आपके फ्रैंड के ऊपर राईट का निशान आता जाएगा जैसा आप निचे चित्र में देख रहे है


    जब आपकी ये प्रक्रिया पूरी हो जाये तो ऊपर की और एक ओप्संश आ जायेगा जिसमे लिखा होगा This will export your contacts as a CSV file जैसा आप निचे चित्र में देख रहे है


    इसके बाद इस फाइल को क्लीक करके खोले और चित्र के अनुसार इस फाइल के टेक्स को नोटपेड खोलकर कॉपी कर ले और उसे कंप्यूटर में किसी भी नाम से सेव कर दे


    ये सब करने के बाद अपनी जीमेल आईडी को लोगिन करे और यहाँ क्लीक करकेचित्र के अनुसार उस नोटपेड की फाइल को इम्पोर्ट कर ले जो आपने अपने कंप्यूटर में सेव करी थी



    अब आपके सारे फेसबुक के फ्रैंड की लिस्ट आपके गूगल वाली आईडी में इम्पोर्ट हो गयी है अब आप इनके नाम के ऊपर क्लीक करके इनकी आईडी और इनके मोबाइल नम्बर का पता लगा सकते हो



    अब बात करते है गूगल प्लस की अगर आप चाहते हो की आपके फेसबुक के फ्रैंड आपके साथ गूगल प्लस पर भी जुड़ जाये तो आप चित्र के अनुसार किसी भी फ्रेंड को सर्च कर सकते है क्युकी जो मेने आपको तरीका बताया है उसे करने के बाद आ बस अपने फ्रेंड का नाम डाले ऐसा करते ही आपके सामने वो फ्रैंड आ जाएगा जो आपके साथ फेसबुक से जुड़ा है जब नाम आ जाये तो उसकी आईडी देखकर उसे फ्रेंड रिक्वेस्ट भेज दे 

    290 कृतिदेव फोंट्स




    आपके लिए कृतिदेव के २९० फोंट्स का कलेक्शन एक ही जगह पर ।

    उम्मीद है आपके काम आयेगी ।



    यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करें ।

    6 इन 1 टूल आपके कंप्यूटर को स्मार्ट बनाने के लिए





    कंप्यूटर को और अच्छा बनाइये इस ६ इन १ टूल से ।

    इसमे है -
    रजिस्ट्री फिक्सर
    पीसी ट्यूनिंग ट्वीक्स
    पर्सनल प्रिवेसी
    देलेतेद फाइल रिकवरी
    एंटी वायरस
    और अन्य यूटिलिटी



    २० एमबी की फाइल अजमा के देखें ।



    यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करें ।

    बनाये फोल्डर और फाइल की लिस्ट





    अपने फोल्डर में रखे ढेर सारे फाइल्स की लिस्ट बनाना बहुत मुश्किल काम होता है अगर आपने किसी फोल्डर में रखे एम् पी ३ फाइल्स से सी डी बनाई है तो उसकी लिस्ट बनाने के लिए आपको उन सभी के नाम एक एक कर टाइप करने पड़ेंगे पर अब नही आप उन सभी फाइल्स के नामो की लिस्ट बनाने सकते है इस ७०० के बी के छोटे से टूल से ।

    डाउनलोड करने यहाँ क्लिक करे ।

    माई यूनिटी से उबुन्टू १२.०४ को अपने रंग में रंगे



    उबुन्टू में आम कस्टमाइजेशन जैसे वालपेपर और थीम बदलना तो आसान होता है पर यूनिटी में बदलाव करना उतना आसान नही है। लेकिन जहां चाह वहां राह। कुछ प्रोग्रामरों नें एक छोटा सा अनुप्रयोग विकसित किया है नाम है: माई य़ूनिटी। इस छोटे से अनुप्रयोग के माध्यम से आप अपनी यूनिटी डेस्कटॉप को भी मन मुताबिक ढाल पाएंगे। आइए देखते हैं कैसे।
    माई यूनिटी आपके सॉफ्टवेयर सेंटर में पहले से ही उपलब्ध है। अत: उसे स्थापित करना बेहद आसान है। सॉफ्टवेयर सेंटर खोलिए और myunity लिखकर खोजिए। जैसे ही सामने आए उसे स्थापित कर लीजिए।
    अब स्थापना प्रक्रिया पूरी होने के पश्चात माई यूनिटी आपके लांचर में दिखाई देने लगता है। इसके आइकॉन पर क्लिक कीजिए और इसे चालू कर लीजिए। आपके सामने माई यूनिटी की विंडो प्रदर्शित होगी जिसमें कई टैब होंगी। आइए इसकी हर एक टैब के विषय में एक एक करके जानते हैं:
    Launcher Tab
    लांचर टैब के जरिए हम लांचर के आकार, रंग, आइकानों का आकार, उसकी पारदर्शिता आदि को बदल सकते हैं।
    Dash Tab
    डैश टैब से हम हालिया उपयोग में आने वाले अनुप्रयोगों को दिखाने/न दिखाने, डैश के आकार को बदलने, डेस्कटॉप में धुंधले का प्रभाव डालने आदि को बदल सकते हैं।
    Panel Tab
    पैनल टैब से हम यूनिटी के ऊपरी पैनल की पारदर्शिता को बढ़ा-घटा सकते हैं।
    Desktop Tab
    इस टैब से हम डेस्कटॉप में कुछ महत्वपूर्ण आइकान जैसे नेटवर्किंग, होम, डिवाइसेज़ आदि को जोड़ सकते हैं। इसी टैब से हम विंडो एनिमेशन वगैरह भी चालू बंद कर सकते हैं।
    Font Tab
    इस टैब से हम पूरे यूनिटी के फौन्टों और उसके आकारों को बदल सकते हैं।
    Theme Tab
    यह तो आप पढ़कर ही समझ गए होंगे कि थीम टैब से क्या किया जाता है। थीम टैब से आप अपने यूनिटी की थीम और आइकान बदल सकते हैं।
    माई यूनिटी में कोई ओके आदि का बटन नही दिया गया है। जो भी परिवर्तन करते हैं वे तुरंत प्रभाव में आते हैं। यदि आप वापस सारे परिवर्तनों को रद्द करना चाहते हैं तो default settings बटन में क्लिक करके ऐसा कर सकते हैं।

    विंडोज ८ के १०० कीबोर्ड शॉर्टकट



    कीबोर्ड शॉर्टकट काफी काम के होते हैं। इनकी मदद से हमारे काम काज की गति तेज होती है। टेक रिपब्लिक में ग्रेग शल्ट्ज नें विंडोज ८ के १०० कीबोर्ड शार्टकटों की सूची प्रकाशित की है। तो हमने सोचा कि आपको भी वह उपलब्ध करा दें। इन्हे आप यहां से डाउनलोड कर सकते हैं:
    कुछ प्रमुख कीबोर्ड शार्टकट इस प्रकार हैं:
    विंडोज ८ के कीबोर्ड शार्टकट
    शार्टकटकार्य
    Window KeySwitch between Metro Start screen and the last accessed application
    Window Key + CAccess the charms bar
    Window Key + TabAccess the Metro Taskbar
    Window Key + IAccess the Settings charm
    Window Key + KAccess the Devices charm
    Window Key + QAccess the Apps Search screen
    Window Key + FAccess the Files Search screen
    Window Key + WAccess the Settings Search screen
    Window Key + XAccess the Windows Tools Menu
    Window Key + EOpen Computer

    स्टेप रिकॉर्डर – विंडोज का एक छुपा रुस्तम



    विंडोज़ ७ तथा ८ दोनों में एक बहुत ही काम का सॉफ्टवेयर है। नाम है इसका स्टेप्स रिकॉर्डर। मानलीजिए कि आपको कम्प्यूटर में कोई समस्या आ रही है और आप उसके संबंध में किसी से मदद चाहते हैं तो इस “स्टेप्स रिकॉर्डर” की सहायता से समस्या के संबंध में प्रत्येक चरण के स्क्रीनशॉट स्वत: खींचे जा सकते हैं। ये सभी स्क्रीनशॉट एक mhtml फाइल के रूप में सहेज लिए जाएंगे जिसे इंटरनेट एक्सप्लोरर में देखा जा सकता है।
    आइए इसका प्रयोग सीखते हैं। विंडोज के स्टार्ट मेन्यू में लिखें steps. आपको सबसे ऊपर लिखा मिल जाएगा : Record steps to reproduce a problem. इसमें क्लिक कर दें।
    स्टेप रिकॉर्डर कुछ इस प्रकार से आपके सामने आ जाएगा
    जैसे ही रिकॉर्डिंग आरंभ करनी हो, स्टार्ट रिकार्ड में क्लिक करेंगे। और फिर उस समस्या को पुन: उत्पन्न करेंगे जिसके विषय में सहायता चाहिए। आपके प्रत्येक चरण के यह स्क्रीनशॉट लेता जाएगा।
    जब काम पूरा हो जाए तो स्टॉप रिकार्डिंग पर क्लिक करें। अब आपसे पूरी रिकार्डिंग को सहेजने के लिए कहा जाएगा। यह एक जिप फाइल के रूप में होता है।
    इसी जिप फाइल के अंदर एक mhtml फाइल होती है, जिसमें पूरी रिकार्डिंग कुछ इस प्रकार से सहेजी हुई होती है।
    आप इस फाइल को किसी भी जानकार व्यक्ति को भेजकर उससे सहायता प्राप्त कर सकते हैं।
    एक और बात: इस सॉफ्टवेयर का प्रयोग करके आप टुटोरियल भी बना सकते हैं।

    यूएसबी गार्जियन लगाएगा पेन ड्राइव के वायरसों पर लगाम



    यूएसबी गार्जियन एक प्रोग्राम है जो कि आपके कम्प्यूटर को पेन ड्राइव से लगने वाले विभिन्न किस्म के वायरसों से बचाता है।
    यह प्रोग्राम पृष्ठभूमि में चलता है। जब आप अपनी पेन ड्राइव को अपने कम्प्यूटर से जोड़ते हैं तब यह पेन ड्राइव की संदेहास्पद फाइलों को प्रतिबंधित कर देता है। यानि कि एक तरह से उनपर ताला लगा देता है। यदि आप उन फाइलों को चलाना चाहें तो इसी अनुप्रयोग के जरिए प्रतिबंध हटा भी सकते हैं। और यदि उन्हे मिटाना चाहें तो मिटा भी सकते हैं।
    यूएसबी गार्जियन को यहां से डाउनलोड किया जा सकता है
    http://www.usb-guardian.com/
    ध्यान रहे स्थापना प्रक्रिया के दौरान यह अपने साथ एक टूलबार भी स्थापित करता है। यदि आप उस टूलबार को स्थापित न करना चाहें तो लाईसेंस अनुबंध स्वीकार मत कीजिएगा।

    जाने अपने प्रोसेसर के बारे में



    कम्प्यूटर उपभोक्ता कई बार नकली सामान के शिकार हो जाते हैं। कभी कभी यह सुना जाता है कि नकली प्रोसेसर को असली बनाकर बेच दिया या प्रोसेसर में जितनी विशेषताएं बताईं वो उसमें नही हैं। तो ऐसे में करें क्या? इंटेल प्रोसेसर आईडेंटिफिकेशन यूटिलिटी, इंटेल की ओर से जारी किया गया एक छोटा सा अनुप्रयोग है जिसकी मदत से हम अपने प्रोसेसर के बारे में अच्छे से जान सकते हैं। वैसे तो विंडोज़ के डिवाइस मैनेजर से भी जानकारी मिल जाती है परंतु “इंटेल प्रोसेसर आईडेंटिफिकेशन यूटिलिटी” से जरा विस्तार से जानकारी मिलती है। यह मुफ्त है और आप इसे यहां से डाउनलोड कर सकते हैं:
    http://www.intel.com/support/processors/tools/piu/

    अपना मैक एड्रेस (MAC Address) जानें



    मैक पता क्या है?

    कम्प्यूटर नेटवर्किंग में मीडिया एक्सेस कंट्रोल एड्रेस या मैक एड्रेस एक विशिष्ट पहचान है जो कि ज्यादातर नेटवर्क एडाप्टरों में लगी होती है। यह एक संख्या होती है जो कि किसी नेटवर्क एडाप्टर के नाम की तरह कार्य करती है, यानि कि, उदाहरण के लिए किन्ही दो कम्प्यूटरों के नेटवर्क एडाप्टरों या एक ही कम्प्यूटर के दो नेटवर्क एडाप्टरों के नाम अथवा मैक एड्रेस भिन्न होंगे। यद्यपि आजकल के ज्यादातर हार्डवेयरों के मैक एड्रेसों को बदलना संभव है।

    अपने कम्प्यूटर में लगे नेटवर्क एडाप्टरों का मैक एड्रेस कैसे पता करें?

    स्टार्ट में क्लिक करें। फिर रन में क्लिक करें।
    रन के डायलाग बाक्स में cmd आदेश डालें और ओके बटन पर क्लिक करें।
    एक कमांड विंडो खुलेगी। अब यह आदेश लिखें:
    ipconfig/all
    और इंटर बटन दबाएं।
    आपको कुछ ऐसा परिणाम मिलेगा।
    यदि आपके कम्प्यूटर में एक से अधिक एडाप्टर लगे हुए हैं तो आपको प्रत्येक एडाप्टर के बारे में अलग अलग जानकारी दिखाई देगी। हर कार्ड में Physical Address के नाम से एक बिंदु दिया होगा। यही आपका मैक एड्रेस है।

    किसी अन्य व्यक्ति द्वारा कम्प्यूटर पर लॉग इन करने पर स्वचालित ईमेल द्वारा सूचना प्राप्त करें



    विद्या बालन की फिल्म “कहानी” में आपने देखा होगा कि कैसे विद्याबालन किसी के कम्प्यूटर पर लॉग इन होती हैं और उस व्यक्ति को मोबाइल पर खबर हो जाती है कि किसी ने उसके कम्प्यूटर को चालू किया है। आज की इस प्रविष्टि में हम आपको यही करना बताएंगे। यदि आप नही चाहते कि आपके कम्प्यूटर पर आपके अलावा कोई और काम करे तो आप ऐसी व्यवस्था कर सकते हैं कि जब भी कोई व्यक्ति आपके कम्प्य़ूटर पर सत्रारंभ करेगा आपको एक ईमेल स्वचालित रूप से मिल जाएगा जिससे आपको पता चल जाएगा कि कोई आपके कम्प्यूटर पर गड़बड़ कर रहा है।
    इस काम को हम विंडोज के टास्क शेड्यूलर की सहायता से करेंगे। आगे की प्रक्रिया बताने के पूर्व मैं यह बताना चाहूंगा कि विंडोज टास्क शेड्यूलर में ईमेल भेजने की व्यवस्था पहले से होती है किन्तु इसके जरिए आप ईमेल तभी भेज सकते हैं जब आपके पास लोकल ईमेल सर्वर हो जिसमें आपके कम्प्यूटर के ही आईडी पासवर्ड के जरिए सत्रारंभ(लॉग इन) किया जा सकता हो। यानि कि किसी अन्य दूरस्थ ईमेल सर्वर के द्वारा ईमेल भेजना संभव नही है।
    अत: ईमेल भेजने के लिए हम एक छोटे कमांड लाइन औजार Send Email का प्रयोग करेंगे। इसे आप यहां से मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं:
    http://caspian.dotconf.net/menu/Software/SendEmail/
    डाउनलोड के पश्चात इसकी ईएक्सई(exe) फाइल को कम्प्य़ूटर पर किसी सुरक्षित स्थान पर निकाल कर रख लें।
    तैयारी हो गई। तो चलिए अब शुरू करते हैं।
    स्टार्ट मेन्यू खोलें और Task Scheduler लिखकर खोजें तो आपको टास्क शेड्यूलर मिल जाएगा।
    टास्क शेड्यूलर की विंडो में Create Task में क्लिक करें।
    क्रिएट टास्क के डायलॉग बॉक्स में general टैब में name के आगे टास्क का नाम एवं description के आगे उसका संक्षिप्त विवरण लिखें। “Run whether  user is logged on or not” पर क्लिक करना न भूलें
    ट्रिगर्स टैब में जाएं। न्यू बटन पर क्लिक करें। अब Begin The Task के ड्रॉप डाउन मेन्यू से At log on चुनें। और ओके में क्लिक करें
    Actions टैब में जाकर न्य़ू बटन पर क्लिक करें। Action के आगे Start the program चुनें। ब्राउज बटन पर क्लिक करके sendemail.exe प्रोग्राम को चुनें।
    Add arguments में निम्नलिखित आर्गुमेंट टाइप करें।
    -f from@gmail.com -t to@gmail.com -u Someone Logged Into Your Computer -m Someone just logged into your computer! -s smtp.gmail.com:587 -xu from@gmail.com -xp password -o tls=yes
    from@gmail.com : यहां वह पता लिखें जहां से ईमेल भेजा जाएगा। जब आपको ईमेल प्राप्त होगा तो from वाली जगह पर यही लिखा होगा।
    to@gmail.com: जिस पते पर आप ईमेल प्राप्त करना चाहेंगे।
    दूसरी बार from@gmail.com यहां वह पता या यूजर नेम लिखें जिससे आप एसएमटीपी सर्वर पर लाग इन होंगे।
    password: एसएमटीपी सर्वर का पासवर्ड
    -u के आगे सब्जेक्ट लाइन एवं -m के आगे ईमेल संदेश लिखेंगे।
    [यहां हमने जीमेल का प्रयोग किया है। यदि आप किसी अन्य smtp सर्वर का प्रयोग करेंगे तो आपको उसके हिसाब से जानकारियां भरनी होंगी।]
    कंडीशन्स टैब में जाएं और start the task only if the computer is on AC power पर क्लिक करके उसे अक्षम कर दें। नही तो आपको बैटरी पर लैपटॉप होने पर ईमेल प्राप्त नही होगा।
    सब करने के बाद ओके में क्लिक करें। आपसे आपके यूजर एकाउंट का पासवर्ड मांगा जाएगा। वह भरें और ओके करें। बधाई हो, काम हो गया।
    अब आपको इस प्रकार से ईमेल प्राप्त होगी।

    कम्प्यूटर को गर्म होने से बचाएं



    कम्प्यूटर को सुरक्षित तापमान में चलाना बेहद आवश्यक है क्योंकि अधिक तापमान आपके कम्प्यूटर के पुर्जों का जीवनकाल कम कर सकता है और उन्हे खराब कर सकता है। एक और बात गर्म कम्प्यूटर अपेक्षाकृत ठंडे कम्प्यूटर की तुलना में धीमा चलता है इसलिए कम्प्यूटर को सुरक्षित तापमान में रखने से फायदे ही हैं।

    आपके कम्प्यूटर का तापमान क्या होना चाहिए?

    वैसे तो अलग अलग निर्माताओं द्वारा बनाए गए पुर्जों के सुरक्षित तापमान में भिन्नता होती है। एएमडी और इंटेल दोनों के हिसाब से प्रोसेसर का अधिकतम तापमान ८० डिग्री सेल्सियस के आसपास बैठता है। फिर भी आपके प्रोसेसर का तापमान ९५ डिग्री सेल्सियस से ज्यादा नही होना चाहिए।
    कम्प्यूटर होप के जालस्थल में विभिन्न प्रोसेसरों और उनके सुरक्षित तापमान की जानकारी दी गई है।

    कम्प्यूटर का तापमान कैसे पता करें?

    सामान्यत: आप अपने कम्प्यूटर का तापमान अपने BIOS में जाकर पता कर सकते हैं। किन्तु इसके लिए आपको कम्प्यूटर पुन: चालू करना होगा। इसलिए आप एचडब्लूमॉनीटर का प्रयोग कर सकते हैं। यह मुफ्त है और इसे यहां से डाउनलोड किया जा सकता है: http://www.cpuid.com/downloads/hwmonitor/1.16-32bit.zip

    कम्प्यूटर को गर्मी से कैसे बचाएं?

    आपने सुना होगा धूल कम्प्यूटर की दुश्मन है। ऐसा इसलिए क्योंकि धूल ऊष्मा की कुचालक होती है और आपके कम्प्यूटर के जिस पुर्जे पर अधिक धूल लगी होगी उससे ऊष्मा निकल नही पाएगी परिणामस्वरूप वह पुर्जा अधिक गर्म हो जाएगा। अर्थात कम्प्यूटर को गर्मी से बचाने के लिए जरूरी है कि बीच बीच में उसकी सफाई करते रहें।
    कभी कभी सीपीयू में लगे पंखे काम करना बंद कर देते हैं। अब इसका कारण उनका स्वत: ही खराब होना हो सकता है या फिर धूल की वजह से उनका घूमना बंद हो जाता है। पंखे अंदर की गरमी को बाहर निकालते हैं, अत: जरूरी है कि वो ठीक तरह से कार्य करते रहें। बीच बीच में पंखों की भी जांच करते रहें और यदि कोई पंखा खराब हो जाए तो उसे तुरंत बदल दें।
    आपका कम्प्यूटर किस जगह रखा है यह भी उसका तापमान निर्धारित करता है। यानि कि अपने कम्प्यूटर को किसी ऐसी जगह ना रखें जहां कोई आग वगैरह हो या धूप बहुत आती हो। इनसे भी गर्मी बढ़ सकती है।
    कम्प्यूटर के तापमान को सही करने के लिए कभी कभार बायोस को भी नवीनीकृत करने की जरूरत पड़ सकती है। इसके लिए अपने मदरबोर्ड निर्माता के जालपृष्ठ में जानकारी खोजें।
    * * *

    इन साइबर हमलों के विषय में आपको शायद ही मालूम हो



    स्मिशिंग (Smishing) : स्मिशिंग या एसएमएस फिशिंग से तात्पर्य ऐसे फिशिंग हमलों से है जिन्हे मोबाइल फोनों पर लक्ष्य किया जाता है। इसमें पीड़ित व्यक्ति को एक एसएमएस मिलता है जिसमें एक हायपरलिंक दिया होता है। यह हायपरलिंक उस व्यक्ति को मोबाइल फोनों के लिए बनी फिशिंग साइट में ले जाता है।
    बॉट नेट Botnet (Zombie PCs) : बॉटनेट ऐसे प्रोग्राम होते हैं जिनके प्रभाव से इंटरनेट से जुड़े कम्प्यूटर अपने मालिक की जानकारी के बिना दूसरे कम्प्य़ूटरों को ईमेल भेजने ( स्पैम, मालवेयर या वायरस के साथ) जैसे काम शुरू कर देते हैं । ऐसे संक्रमित कम्प्यूटरों को जॉम्बी पीसी के तौर पर भी जाना जाता है। बॉटनेट शब्द रोबोट और नेटवर्क दोनों शब्दों को मिलाकर बनाया गया है।
    ब्लूबगिंग (BlueBugging): ब्लूबगिंग यानि कि ब्लूटूथ के जरिए किसी दूसरे के मोबाइल पर नियंत्रण पाकर उसके मोबाइल से एसएमएस या फोन काल करना। इसमें दूसरे के मोबाइल से सारे फोन नम्बर भी निकाल लेना शामिल है।
    पॉड स्लर्पिंग (Pod Slurping): पॉड स्लर्पिंग तब होती है जब आपका आईपॉड या कोई पोर्टेबल स्टोरेज(भंडारण) उपकरण चुपचाप बड़ी मात्रा में डाटा को आपके कम्प्यूटर से अपनी हार्ड डिस्क में स्थानांतरित करने लगता है। पॉड स्लर्पिंग कंपनियों और सरकारी एजेंसिंयों के लिए सिरदर्द का विषय है।
    रैन्सोमवेयर (Ransomware): यह एक ऐसा प्रोग्राम होता है जो आपके कम्प्यूटर को एकदम बेकार बना देता है और वापस ठीक करने के बदले पैसे मांगता है। यह कुछ कुछ कम्प्यूटर का अपहरण करने जैसा है। इसे क्रिप्टोवायरस या क्रिप्टोट्रोजन के नाम से भी जाना जाता है।
    स्केयरवेयर (Scareware): ये प्रोग्राम किसी सॉफ्टवेयर का रूप धरकर लोगों को बेवकूफ बनाता है। मसलन यह एक नकली एंटीवायरस के रूप में होगा और उपयोगकर्ता को ढेर सारे नकली वायरस खोजकर दिखा देगा। फिर उन (नकली) वायरसों को हटाने के लिए पैसे मांगेगा। सिस्टम सिक्योरिटी, एंटीवायरस २०१० और रजिस्ट्री क्लीनर एक्सपी कुछ स्केयरवेयर के उदाहरण हैं।
    साइड जैकिंग (Sidejacking): साइट जैकिंग एक हैकिंग तकनीक है जिससे किसी वेबसाइट के कुछ खातों पर पहुंच बनाई जा सकती है। सामान्यत: वेबसाइटें अपने अंदर पासवर्डों को गूढ़(इनक्रिप्ट) करके रखती हैं। लेकिन सेशन आईडी गूढ़ रूप में नही होता। यह यूआरएल अथवा कुकी में रहता है। हैकर इसी सेशन आईडी के जरिए किसी के खाते तक पहुंच सकते हैं और ईमेल पढ़ने जैसे काम कर सकते हैं।
    ब्लैक हैट और व्हाइट हैट (Black hat & White hat): ये दोनो ही हैकरों के प्रकार हैं जो सुरक्षा खामियों को खोजते हैं। लेकिन जहां ब्लैक हैट हैकर सुरक्षा खामियों का इस्तेमाल अपने फायदे के लिए करते हैं। वो कई महत्वपूर्ण डाटा चुरा लेते हैं। वो वायरस आदि भी फैला देते हैं। वहीं व्हाइट हैट हैकर इन सुरक्षा खामियों को उजागर करके उन्हे सुधार देते हैं। एक तरह से देखा जाए तो ब्लैक हैट हैकर खलनायक की भूमिका में होते हैं तो व्हाइट हैट हैकर नायक की भूमिका में।

    अपने सामान्य टीवी को बेहद सस्ते में बनाएं कंप्यूटर



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    टेक्नोलॉज़ी दिनोंदिन कितना छलांग मार रही है यह इसका अप्रतिम उदाहरण है. क्रेडिट कार्ड साइज के एक संपूर्ण एचडी सक्षम कंप्यूटर – रास्पबेरी पाई की कीमत महज ढाई हजार रुपए है, और इसकी मांग इतनी अधिक है कि पिछले छः महीने से लगातार यह मांग पर उपलब्ध ही नहीं है (आरएस कंपोनेंट पर आज की स्थिति में, ऑर्डर करने के बाद दो महीने का इंतजारकरना होगा). यानी इसे खरीदने के लिए आपको प्रीऑर्डर कर बुक करना होता है. आप पूछेंगे कि इसके पीछे कारण क्या है, तो उत्तर है – क्रेडिट कार्ड के आकार के, इस डर्ट-चीप – बेहद सस्ते संपूर्ण कंप्यूटर सिस्टम जिसमें आप एसडी कार्ड या यूएसबी ड्राइव से लिनक्स का विशिष्ट संस्करण चला सकते हैं, जिसके उपयोग की अनंत संभावनाएं हैं! और यही इसके अत्यधिक मांग की वजह है. महज ढाई हजार रुपए के रास्पबेरी पाई को अपने एचडी टीवी से जोड़ कर उसे न सिर्फ स्मार्ट टीवी बना सकते हैं बल्कि उसे पूरे कंप्यूटर में बदल सकते हैं. परंतु इसके लिए आपको थोड़ा सा टैकी होना पड़ेगा.

    और अब इसी लाइन पर चलते हुए आम जनता के उपयोग के लिेए टीवी और कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक कंपनी अकाई ने ६,९९० रुपये की कीमत का एक स्मार्ट बॉक्स जारी किया है. कुछ चीनी कंपनियों के इसी तरह के स्मार्ट बॉक्स तो और भी सस्ते हैं. यह उपकरण किसी भी टेलीविजन के साथ जोड़ा जा सकता है भले ही वह सीआरटी, प्लाज्मा, एलसीडी या एलईडी हो. और यह स्मार्ट बॉक्स आपके सामान्य टीवी को न सिर्फ स्मार्ट टीवी में बदलता है, बल्कि यह आपके टीवी को एक संपूर्ण गूगल एण्ड्रॉयड पीसी के रूप में भी बदल देता है जिसमें आप कंप्यूटिंग की तमाम चीजें कर सकते हैं और एण्ड्रॉयड मार्केट से हर किस्म के एप्लिकेशन डाउनलोड कर उन्हें चला सकते हैं.

    स्मार्ट बॉक्स में इंटरनेट व फ़ाइल ट्रांसफर के लिए वाई-फाई सुविधा है, ईथरनेट पोर्ट है, 3 ​​जी डांगल से हाईस्पीड इंटरनेट चला सकते हैं तथा सिम कार्ड से 2 जी नेटवर्क का लाभ ले सकते हैं. इसमें 1.25 गीगा हर्त्ज प्रोसेसर है जिसमें एण्ड्रॉयड 2.3 जिंजरब्रेड संस्करण है. इसमें 4 जीबी आंतरिक भंडारण, माइक्रो एसडी कार्ड स्लॉट, एचडीएमआई पोर्ट, और 4xUSB 2.0 पोर्ट भी है. इस उपकरण से आप लगभग सभी लोकप्रिय ऑडियो और वीडियो को चला सकते हैं.

    " जिस तरह से भारत में टेलीविजन देखा जाता है यह स्मार्ट बॉक्स उस आदत को पूरी तरह से बदलने की तैयारी में है. दर्शकों को अपने मौजूदा टीवी को बदले बिना पूर्ण एचडी में देखने की सुविधा प्रदान करता है. आप अपने मौजूदा टीवी को एक स्मार्ट टीवी में इस बॉक्स के जरिए अपग्रेड कर सकते हैं. यूँ तो बाजार में अब बहुत से स्मार्ट टीवी आ रहे हैं, मगर उनकी कीमत अधिक है. और ऊपर से यह विकल्प आपके मौजूदा टीवी को बहुत ही कम और वाजिब दाम में कंप्यूटर में बदल कर स्मार्ट-टीवी बना देता है.

    वैसे, यदि आप एक्सबॉक्स 360 जैसे गेमिंग डिवाइस लेते हैं और उसे अपने टीवी से जोड़ते हैं तो भी उनमें कुछ सीमित तरीके से आपके टीवी को स्मार्ट बनाने के विकल्प मिलते हैं – जैसे कि वेब ब्राउज करना, ईमेल चेक करना इत्यादि. मगर यह स्मार्ट बॉक्स तो आपके टीवी को पूरी तरह से गूगल एण्ड्रॉयड युक्त पीसी में ही बदल देता है.

    और ये हैं इस स्मार्ट बॉक्स की तकनीकी विशेषताएँ:

    एण्ड्रॉयड 2.3 ऑपरेटिंग सिस्टम
    1.25 गीगा हर्त्ज सीपीयू
    अंतर्निर्मित वाई-फाई और ईथरनेट पोर्ट
    3 जी डांगल और 2 जी नेटवर्क की सुविधा
    वाई - फाई हॉटस्पॉट
    पूर्ण एचडी वीडियो प्लेबैक के लिए एचडीएमआई पोर्ट
    ए वी पोर्ट
    4 x USB 2.0 पोर्ट
    एसडी / एमएमसी कार्ड स्लॉट (32 जीबी तक का समर्थन करता है)
    हेड फोन्स और माइक्रोफ़ोन जैक
    वायरलेस माउस (वायरलेस कीबोर्ड अलग से जोड़ सकते हैं)
    4GB आंतरिक मेमोरी
    अंतर्निर्मित आईएम (गूगल टॉक, स्काइप, याहू) और सामाजिक नेटवर्किंग साइटों (फ़ेसबुक, लिंक्डइन, ट्विटर)
    का समर्थन
    यूट्यूब वीडियो
    कंप्यूटर गेम
    कैलेंडर और कैलकुलेटर सुविधा
    साथ ही -
    गूगल प्लेस्टोर अनुप्रयोगों के माध्यम से असीमित उपयोग

    अब, आपको अपने स्मार्ट बन चुके टीवी से आखिर और क्या चाहिए?